678 GI/2024 (1) xxxGIDHxxx xxxGIDExxx
असाधारण EXTRAORDINARY
भाग I—खण् ड 1 PART I—Section 1
प्राजधकार से प्रकाजित PUBLISHED BY AUTHORITY
जिद्युत मंत्रालय संकल्प
नई दिल्ली, 2 फरिरी,2024
जिड कनेक्टेड पिन सौर हाइजिड पररयोिनाओं से जिद्युत की खरीि के जलए टैररफ आधाररत प्रजतस्ट्पधी बोली प्रदिया के
दििाजनिेिों में संिोधन
सं
.
48-19/2/2024-एनआरई.—
जिड कनेक्टेड सौर पीिी जिद्युत पररयोिनाओं से जिद्युत की खरीि के जलए टैररफ आधाररत प्रजतस्ट्पधी बोली प्रदिया के दििाजनिेिों को दिनांक 21 अगस्ट् त,
2023 को भारत के रािपत्र (असाधारण) (भाग 1 खंड 1) में प्रकाजित संकल्प संख्या 27/03/2023-आरसीएम के माध्यम से अजधसूजित दकया गया है।2. केंद्र सरकार एतद्द्वारा दिनांक 21 अगस्ट् त
,
2023 के उक्त दििाजनिेिों में जनम्नजलजखत संिोधन को अजधसूजित करती है:मौिूिा दििाजनिेिों के खंड 15.5 को जनम् नानुसार संिोजधत दकया गया है:- खंड 15.5: जिद्युत की आपूर्ति की िुरूआत में जिलंब :
खंड 15.5 (ख) (
ii)
हटा दिया गया माना िाए।हेमंत कुमार पाण् डेय, मुख्य अजभयंता (आर एंड आर) सं. 24] नई दिल्ली, िुििार, फरिरी 2, 2024/माध 13, 1945
No. 24] NEW DELHI, FRIDAY, FEBRUARY 2, 2024/MAGHA 13, 1945 सी.जी.-डी.एल.-अ.-02022024-251733
CG-DL-E-02022024-251733
MINISTRY OF POWER RESOLUTION
New Delhi, the 2nd February, 2024
Amendment to the Guidelines for Tariff Based Competitive Bidding Process for Procurement of Power from Grid Connected Wind Solar Hybrid Projects.
No. 48-19/2/2024-NRE.—The Guidelines for Tariff Based Competitive Bidding Process for Procurement of Power from Grid Connected Solar PV Power Projects have been notified vide Resolution No. 27/03/2023-RCM published in the Gazette of India (Extraordinary) (Part1 - Section 1) on 21st August, 2023.
2. The Central Government hereby notifies the following amendment in the said guidelines dated 21st August, 2023 :-
Clause 15.5 of the existing guidelines stand modified as follows :- 15.5. Delay in Commencement of Supply of Power:
Clause 15.5 (b) (ii) shall stand deleted.
HEMANT KUMAR PANDEY, Chief Engineer (R&R)
Uploaded by Dte. of Printing at Government of India Press, Ring Road, Mayapuri, New Delhi-110064 and Published by the Controller of Publications, Delhi-110054.
7198 GI/2023 (1) xxxGIDHxxx xxxGIDExxx
असाधारण EXTRAORDINARY
भाग I—खण् ड 1 PART I—Section 1
प्राजधकार से प्रकाजित PUBLISHED BY AUTHORITY
जिद्युत मंत्रालय संकल्प
नई दिल्ली, 17 निम् बर, 2023
जिड से िुडी पिन सौर हाइजिड पररयोिनाओं से जिद्युत की खरीि के जलए टैररफ आधाररत प्रजतस्ट्पधी बोली प्रदिया के
दििाजनिेिों में संिोधन
सं. 48-19/2/2023-एनआरई.—जिड से िुडी पिन सौर हाइजिड पररयोिनाओं से जिद्युत की खरीि के जलए टैररफ आधाररत प्रजतस्ट्पधी बोली प्रदिया के दििाजनिेि 21 अगस्ट्त, 2023 को भारत के रािपत्र (असाधारण) (भाग 1, खंड 1) में प्रकाजित संकल्प संख्या 27/03/2023-आरसीएम के माध्यम से अजधसूजित दकए गए हैं।
2. केंद्र सरकार एतद्द्वारा दिनांक 21 अगस्ट्त, 2023 के उक्त दििाजनिेिों में जनम्नजलजखत संिोधन अजधसूजित करती
है:
मौिूिा दििाजनिेिों का खंड 15.4 जनम्नजलजखत से प्रजतस्ट्थाजपत दकया िाता है, खंड 15.4: जिद्युत की आपूर्ति की िीघ्र िुरुआत:
बहुजिध पररयोिना घटकों के मामले में और यदि ऐसे एक या अजधक घटक (पिन या सौर) जिड में जिद्युत डालने के जलए तैयार है, लेदकन िेष घटक जिद्युत की आपूर्ति िुरू करने में असमथि है, तो उत् पािक को ऐसे घटक से जिद्युत की आपूर्ति िुरू
करने की अनुमजत होगी िो पीपीए के िायरे से बाहर तैयार है। जिकासकताि पूणि या आंजिक क्षमता के अजिम रूप से िालू
होने के संबंध में अंजतम खरीििार (खरीििारों) और मध्यस्ट्थ खरीििार िोनों को पंद्रह (15) दिन का अजिम नोरटस िेगा।
सं. 293] नई दिल्ली, िुििार, निम् बर 17, 2023/कार्तिक 26, 1945
No. 293] NEW DELHI, FRIDAY, NOVEMBER17, 2023/KARTIKA 26, 1945 सी.जी.-डी.एल.-अ.-17112023-250105
CG-DL-E-17112023-250105
अंजतम खरीििार (खरीििारों) और मध्यस्ट्थ खरीििार नोरटस के तामील होने की तारीख से 15 दिनों के भीतर ऐसी जिद्युत का लाभ उठाने के जलए स्ट्िीकृजत िेंगे। यदि अंजतम खरीििार (खरीििारों) और मध्यस्ट्थ खरीििार िोनों जिद्युत खरीिने के
जलए जनधािररत अिजध के भीतर अपनी स्ट्िीकृजत नहीं िेते हैं, तो जिकासकताि अंजतम खरीििार (खरीििारों) और मध्यस्ट्थ खरीििार द्वारा स्ट्िीकार न की गई सीमा तक जिद्युत को जिद्युत एक्सिेंिों में या जद्वपक्षीय व्यिस्ट्था के माध्यम से बेि सकता
है।
परंतु यह दक यदि अंजतम खरीििार (खरीििारों) और मध्यस्ट्थ खरीििार िोनों जिद्युत खरीिने के जलए अपनी स्ट्िीकृजत िेते
हैं, तो अंजतम खरीििार(खरीििारों) को ऐसी जिद्युत प्राप्त करने में प्राथजमकता िी िाएगी।
परंतु यह भी दक ऐसे मामलों में अंजतम खरीििार(खरीििारों) और मध्यस्ट्थ खरीििार द्वारा िेय टैररफ पीपीए टैररफ के
75 प्रजतित तक होगा या इस संबंध में जनजििा िस्ट्तािेिों में जिजिष्ट प्रािधान जनधािररत दकए िाएंगे।
हेमंत कुमार पाण्डेय, मुख्य अजभयंता (आरएंडआर)
MINISTRY OF POWER RESOLUTION
New Delhi, the17th November, 2023
Amendment to the Guidelines for Tariff Based Competitive Bidding Process for Procurement of Power from Grid Connected Wind Solar Hybrid Projects.
No. 48-19/2/2023-NRE.—The Guidelines for Tariff Based Competitive Bidding Process for Procurement of Power from Grid Connected Wind Solar Hybrid Projectshave been notified vide Resolution No. 27/03/2023-RCM published in the Gazette of India (Extraordinary) (Part1 - Section 1) on 21st August 2023.
2. The Central Government hereby notifies the following amendment in the said guidelines dated 21st August, 2023:-
Clause 15.4 of the existing guidelines is substituted with the following, Clause 15.4: Early Commencement of Supply of Power:
In case of multiple project components and if one or more such component (wind or solar) is ready for injection of power into the grid, but the remaining component is unable to commence supply of power, the Generator will be allowed to commence supply of power from such component which is ready outside the ambit of PPA.The developer shall give fifteen (15) days advance notice to both End Procurer(s) and Intermediary Procurer regarding the advance commissioning of full or part capacity. The End Procurer(s) and Intermediary Procurer shall give acceptance for availing such power within 15 days from the date of service of notice. In case both the End Procurer(s) and Intermediary Procurer do not give their acceptance to purchase power within the stipulated period, the developer can sell the power to the extent not accepted by the End Procurer(s) and Intermediary Procurer in the power exchanges or through bilateral arrangements.
Provided that in case both the End Procurer(s) and Intermediary Procurer give their acceptance to purchase power, the End Procurer(s) will be accorded priority in availing such power.
Provided further that in such cases tariff payable by the End Procurer(s) and Intermediary Procurer shall be up to 75%
of the PPA tariff or specific provisions in this regard will be stipulated in the tender documents.
HEMANT KUMAR PANDEY, Chief Engineer (R&R)
Uploaded by Dte. of Printing at Government of India Press, Ring Road, Mayapuri, New Delhi-110064 and Published by the Controller of Publications, Delhi-110054.
5328 GI/2023 (1) xxxGIDHxxx
xxxGIDExxx
असाधारण EXTRAORDINARY
भाग I—खण् ड 1 PART I—Section 1
प्राजधकार से प्रकाजित PUBLISHED BY AUTHORITY
जिद्युत मंत्रालय संकल्प
नई द ल् ली, 21 अगस्ट्त, 2023
जिड संबद्ध पिन सौर हाइजिड पररयोिनाओं से जिद्युत की खरी हेतु टैररफ आधाररत प्रजतस्ट् पधी बोली प्रदिया के जलए द िाजन ेि
सं. 27/03/2023- आर सी एम. —1. पृष् ठभूजम
1.1. यह स्ट्थाजपत हो चुका है दक निीकरणीय ऊिाा के जिजभन्न स्रोतों के संयोिन से उनकी व्यजिगत पररितानिीलता
कम हो िाती है और बेहतर उत्पा न जमलता है। इसके पररणामस्ट्िरूप पारेषण अिसंरचना और भूजम संसाधन का
अजधक क्ष उपयोग भी होता है। यह सामान्य बात है दक हिा सुबह और िाम या रात के ौरान बेहतर होती है,
िो द न के समय चरम पर होने िाली सौर ऊिाा की पूरक होती है। भंडारण सुजिधा द्वारा समर्थात हाइजिड पररयोिनाएं आरई जिद्युत की गुणित्ता को और बढा सकती हैं।
1.2. एमएनआरई ने पारेषण अिसंरचना और भूजम के बेहतर और क्ष उपयोग, निीकरणीय ऊिाा उत्पा न में
पररितानिीलता को कम करने और बेहतर जिड जस्ट्थरता प्राप्त करने के जलए बडे जिड संबद्ध पिन-सौर पीिी
हाइजिड प्रणाली को बढािा ेने के जलए एक रूपरेखा प्र ान करने के उद्देश्य से द नांक 14.05.2018 को पिन- सौर हाइजिड संबंधी नीजत िारी की (और द नांक 13.08.2018 को संिोधन िारी दकया)।
1.3 जिद्युत अजधजनयम, 2003 की धारा 63 जिद्युत क्षेत्र में प्रजतस्ट्पधाा को बढािा ेती है और इसमें यह प्रािधान है दक यद केन्रीय सरकार द्वारा, िारी द िा-जन ेिों के अनुसार पार िी बोली प्रदिया के माध्यम से टैररफ जनधााररत सं. 202] नई द ल्ली, सोमिार, अगस्ट् त 21, 2023/श्रािण 30, 1945
No. 202] NEW DELHI, MONDAY, AUGUST 21, 2023/SHRAVANA 30, 1945 सी.जी.-डी.एल.-अ.-21082023-248203
CG-DL-E-21082023-248203
दकया गया है तो उपयुि आयोग ऐसे टैररफ को अपनाएगा। द नांक 28 िनिरी, 2016 को अजधसूजचत राष्ट्रीय टैररफ नीजत भी बािार आधाररत टैररफप्राप्त करने के जलए प्रजतस्ट्पधी बोली के माध्यम से निीकरणीय ऊिाा की
खरी को बढािा ेती है।
2. द िाजन ेिों के उद्देश्य
2.1 इन द िाजन ेिों के जिजिष्ट उद्देश्य जनम्नानुसार हैं:-
क. उपभोिा के जहतों की रक्षा के जलए, जितरण अनुज्ञजप्तधाररयों द्वारा, जिड संबद्ध पिन सौर हाइजिड जिद्युत पररयोिनाओं (जिसे एतद्पश्चात 'हाइजिड जिद्युत पररयोिना' कहा गया है) से जिद्युत की प्रजतस्ट्पधी खरी
को बढािा ेना;
ख. निीकरणीय क्षमता में िृजद्ध करने और जडस्ट्कॉमों की निीकरणीय िय ाजयत्ि (आरपीओ) की आिश्यकता को
पूरा करने के जलए सुजिधा प्र ान करना;
ग. खरी प्रदियाओं में पार र्िाता और जनष्पक्षता को सुजिधािनक बनाने के जलए/और उपभोिा के जहत में
प्रजतस्ट्पधी कीमतों पर ीर्ाकाजलक जिद्युत के अंतर-राज्यीय जििय-िय के जलए एक संिहकताा/व्यापारी के
रूप में एक मध्यस्ट्थ खरी ार के जलए एक मानकीकृत कायाढांचा प्र ान करना; और
र्. जिजभन्न जहतधारकों के बीच िोजखम-साझाकरण कायाढांचा प्र ान करना तथा पिन सौर हाइजिड जिद्युत खरी में िाजमल जनिेिकों के जलए उजचतलाभ सुजनजश्चत करना, जिससे आगे के जनिेि को बढािा द या िा
सके, पररयोिनाओं की बैंक िाह्यता में िृजद्ध और जनिेिकों के जलए लाभप्र ता को प्रोत्साजहत दकया िा सके।
3. द िाजन ेिों की प्रयोज्यता
3.1 ये द िाजन ेि जिद्युत अजधजनयम, 2003 की धारा 63 के प्रािधानों के अंतगात खरी ार(रों) द्वारा (क) अंतःराज्यीय पारेषण प्रणाली से िुडी पररयोिनाओं के जलए 10 मेगािाट और उससे अजधक की बोली क्षमता; और (ख) अंतर-राज्यीय पारेषण प्रणाली से िुडी पररयोिनाओं के जलए 50 मेगािाट और उससे अजधक की बोली
क्षमता िाली हाइजिड जिद्युत पररयोिनाओं से, प्रजतस्ट्पधी बोली प्रदिया के माध्यम से, जिद्युत की ीर्ाकाजलक खरी के जलए िारी दकए िा रहे हैं, िो इस िता के अध्यधीन हैं दक एक संसाधन (पिन अथिा सौर) की रेटेड जिद्युत क्षमता कुल संजि ा की गई क्षमता का कम से कम 33% होगी।
3.2. हाइजिड पररयोिना की सौर और पिन पररयोिनाएं एक ही या अलग-अलग स्ट्थानों पर जस्ट्थत हो सकती हैं।
3.3. हाइजिड जिद्युत पररयोिना में भंडारण को िोडा िा सकता है:
क. पिन सौर हाइजिड पररयोिना से उत्पाद त जिद्युत की पररितानिीलता को कम करना;
ख. पिन सौर हाइजिड पररयोिना में पिन और सौर ऊिाा की अजतररि क्षमता संस्ट्थाजपत करके, जितरण बबं ु पर ी गई क्षमता (बोली/संस्ट्िीकृत क्षमता) के जलए अजधक ऊिाा उत्पा न प्र ान करना;
ग. दकसी जििेष अिजध के जलए जनजश्चत जिद्युत की उपलब्धता सुजनजश्चत करना।
3.4 इन द िाजन ेिों के प्रािधान खरी ार, अजधकृत प्रजतजनजध और मध्यस्ट्थ खरी ार पर बाध्यकारी होंगे। इन द िाजन ेिों से प्रस्ट्ताजित दकसी भी जिचलन की जस्ट्थजत में अपनाई िाने िाली प्रदिया इन द िाजन ेिों के खंड 19 में जनर् ाष्ट है।
3.5 पररयोिना से खरी ी गई जिद्युत का उपयोग संयंत्र में िमिः सौर और पिन ऊिाा की रेटेड क्षमता के अनुपात में
आरपीओ की पूर्ता के जलए दकया िा सकता है।
3.6 इन द िाजन ेिों में उजल्लजखत जसद्धांतों का मानक बोली स्ट्तािेिों [जिसमें मॉडल चयन हेतु अनुरोध (आरएफएस) स्ट्तािेि, मॉडल जिद्युत िय करार तथा मॉडल जिद्युत जििय करार िाजमल है] में उपयुि रूप से
जिस्ट्तृत िणान दकया िा सकता है।
3.7 इन द िाजन ेिों की सरकारी रािपत्र में अजधसूचना पर, द नांक 14.10.2020 की संख्या 238/78/2017-पिन द्वारा अजधसूजचत पूिािती द िाजन ेि और उनमें संिोधन, इन द िाजन ेिों के िारी होने के बा िारी की गई बोजलयों के जलए लागू नहीं होंगे। तथाजप, पूिािती बोली द िाजन ेिों के अंतगात पहले से ही अिाडा की िा
चुकी/कायाान्ियनाधीन/आरंभ की िा चुकी पररयोिनाएं उन द िाजन ेिों द्वारा िाजसत होती रहेंगी और इन द िाजन ेिों के अंतगात िाजमल नहीं की िाएंगी।यद ऐसी कोई िारी बोजलयां हैं जिनमें बोली प्रस्ट्तुत करने की
अंजतम जतजथ इन द िाजन ेिों की अजधसूचना की तारीख के बा है, तो ऐसी बोजलयों के संबंध में बोली स्ट्तािेिों
को इन द िाजन ेिों के अनुरूप लाने के जलए उजचत रूप से संिोजधत दकया िाएगा।
4. स्ट्पष्टीकरण/पररभाषाः
(क) ‘खरी ार(रों)’: िैसादक प्रसंग में अपेजक्षत है, ‘खरी ार(रों)’ िब् से तात् पया जितरण अनुज्ञजप्तधारी (यों) अथिा उनके अजधकृत प्रजतजनजध(यों) अथिा मध्यस्ट्थ खरी ार से होगा।
(ख) खरी ार(रों) का ‘अजधकृत प्रजतजनजध’: ऐसे मामलों में, िहां जिद्युत िय करार (पीपीए) पर हस्ट् ताक्षरकताा एिेंसी और जनजि ा/बोली लगाने िाली एिेंसी अलग-अलग हैं, तो जनजि ा/बोली लगाने
िाली एिेंसी ‘खरी ार’ की अजधकृत प्रजतजनजध मानी िाएगी और खरी ार की ओर से इन द िाजन ेिों के अनुसार, बोली प्रदिया चरण के ौरान ‘खरी ार’ पर लगाई गई सभी बाध् यताओं को
पूरा करने की जिम् मे ार होगी।
(ग) ‘मध्यस्ट्थ खरी ार’:
(i) कुछ मामलों में, निीन एिं निीकरणीय ऊिाा मंत्रालय, भारत सरकार अथिा राज्य सरकार द्वारा
नाजमत मध्यस्ट्थ को जिजभन्न उत्पा कों से खरी ी गई जिद्युत को एकजत्रत करने और उसे जितरण अनुज्ञजप्तधारी(यों)/उपभोगकताा कंपजनयों/खुली पहंच िाले उपभोक् ताओंको बेचने का काया सौंपा िा
सकता है। ऐसे मामलों में, इन द िाजन ेिों के प्रयोिनाथा जितरण अनुज्ञजप्तधारी(यों)/उपभोगकताा
कंपजनयां/खुली पहंच िाले उपभोक् ता “अंजतम खरी ार” होंगे और मध् यस्ट्थ‘मध्यस्ट्थ खरी ार’
होगा।
(ii) मध्यस्ट्थ खरी ार हाइजिड जिद्युत उत्पा क(कों) के साथ एक जिद्युत िय करार (पीपीए)करेगा और साथ ही, अंजतम खरी ार के साथ जिद्युत जििय करार (पीएसए) भी करेगा। पीएसएमें एक के बा
एक आधार पर पीपीए के सभी संगत प्रािधान भी िाजमल होंगे। अंजतम खरी ार द्वारा मध्यस्ट्थ खरी ार को 0.07 रु./दकलोिाट र्ंटा के रेबडंग मार्िान का भुगतान दकया िाएगा।
(iii) िब तक मध्यस्ट्थ खरी ार द्वारा हाइजिड जिद्युत की खरी के जलए इन द िाजन ेिों का
अनुसरणकरता है, तब तक अंजतम खरी ार द्वारा हाइजिड जिद्युत की खरी के जलए इन द िाजन ेिों का अनुसरण दकया मान जलया िाएगा।
(र्) ‘हाइजिड जिद्युत उत्पा क (एचपीिी)/उत्पा क’:उत्पा क इन द िाजन ेिों में, िहााँ कहीं भी ‘हाइजिड जिद्युत उत्पा क/उत्पा क’ िब् का प्रयोग हआ है, िह पिन सौर हाइजिड उत्पा न स्ट्टेिन उत्पाद त जिद्युत के उत्पा क एिं आपूर्ताकताा के सं भा में होगा।
(ङ) आपूर्ता की िुरूआत की जनधााररत जतजथ (एससीएसडी): संजि ात्मक क्षमता अथिा संजि ात्मक क्षमता के
भाग के संबंध में आपूर्ता की िुरूआत की जनधााररत जतजथ (एससीएसडी) का तात्पया, आरएफएस (चयन हेतु अनुरोध) में उद्धृतआपूर्ता की िुरूआत की जतजथ(यों),के अनुरूप जतजथ से होगा।
5. बोली आमंजत्रत करने की तैयारी तथा पररयोिना की तैयारी
खरी ार द्वारा जनम्नजलजखत ितों को पूरा दकया िाएगाः-
5.1 बोली स्ट्तािेिः
(क) खरी ार इन द िाजन ेिों के अनुसार बोली स्ट् तािेिों को तैयार करेगा।
इन द िाजन ेिों के खण् ड 19 में उजल्लजखत प्रदिया के अनुसार प्रारूप आरएफएस, प्रारूप पीपीए, प्रारूप पीएसए (यद लागू हों) में इन द िाजन ेिों और/अथिा मानक बोली स्ट्तािेिों (एसबीडीज़) से दकसी
जिचलन को सरकार द्वारा अनुमोद त दकया िाना चाजहए।
तथाजप, यद खरी ार प्रारूप आरएफएस, प्रारूप पीपीए, प्रारूप पीएसए और अन्य पररयोिना करारों
को तैयार करते समय जिस्ट्तृत प्रािधान करता है, िो द िाजन ेिों के अनुकूल हों, तो ऐसे जिस्ट्तृत प्रािधान, इन द िाजन ेिों में नहीं द ए िाने के बाििू भी इन द िाजन ेिों से जिचलन नहीं माने
िाएंगे।
5.2 आपूर्ता की िुरूआत से संबंजधत व्यिस्ट्थाएं
आरएफएस, पररयोिना के जलए भूजम अजधिहण, कनेजक्टजिटी आद के साथ-साथ एचपीिी द्वारा जनयजमत ररपोर्टिंग अपेक्षाओं के संबंध में अजतररि लक्ष्यों को जनर् ाष्ट कर सकता है और ऐसे लक्ष्यों/अपेक्षाओं कीगैर- अनुपालना के संबंध में िाजस्ट्त जनर् ाष्ट करेगा। जिद्युत की आपूर्ता की िुरूआत की जनधााररत जतजथ से पूिा भूजम की
व्यिस्ट्था और जिड से कनेजक्टजिटी और पहंच (यद लागू हो) सजहत सभी संस्ट्िीकृजतयां, परजमट, अनुज्ञजप्तयां प्राप्त करना एचपीिीकी जिम्मे ारी होगी और ऐसी संस्ट्िीकृजतयां, परजमट, अनुज्ञजप्तयां प्राप्त करने में जिलंब के मामले में
खरी ार जिम्मे ार नहीं होगा।
6. बोली संरचना
6.1 बोली का आकार: खरी ार बोजलयााँ जिद्युत क्षमता (मेगािाट) के सं भामें आमंजत्रत करेगा।दकसी बोली ाता को
द िाजन ेिों के खंड 3.1 के अनुसार न्यूनतम बोली क्षमता के जलए बोली की अनुमजत होगी। खरी ार अजधकतम क्षमता जनर् ाष्ट करने का जिकल्प भी चुन सकता है जिसे उसके सहयोजगयों1 सजहत एकल बोली लगाने िाले को
आिंरटत दकया िा सकता है।
6.2 बोली माप ंडः
6.2.1 पिन सौर हाइजिड जिद्युत की खरी के जलए, बोली ाता द्वारा उद्धृत टैररफ बोली माप ंड होगा। उद्धृत टैररफ पीपीए अिजध के जलए रुपये/दकलोिाट र्ंटा में बेंचमाका टैररफ होगा।
6.2.2. क्षमता का आिंटन बकेट दफबलंग आधार पर दकया िाएगा, अथाात उद्धृत रों(जिसे एल 1 र कहा गया
है) पर सबसे कम र उद्धृत करने िाले बोली ाता (जिसे एल 1 बोली ाता कहा गया है) द्वारा उजल्लजखत क्षमता पहले आिंरटत की िाएगी, उसके बा , अगले न् यूनतम बोली ाता (जिसे एल 2 बोली ाता कहा गया
है) द्वारा उजल्लजखत रों (जिसे एल2 र कहा गया है) पर उजल्लजखत क्षमता आिंरटत की िा सकती है और यह प्रदिया आगे भी चलती रहेगी।
तथाजप, केिल उन बोली ाताओं को आिंटन दकया िाएगा, जिनकी बोली आरएफएस में यथाजनधााररत एल1 टैररफ से पूिा-पररभाजषत “श्रेणी”के अंतगात आती हो। इस प्रकार, बोली ाताओं को टैररफ के बढते हए
िम में व्यिजस्ट्थत करने के बा , पररयोिना क्षमताओं को केिल उन बोली ाताओं को अिाडा दकया िाएगा, जिनकी अंजतम मूल् य बोली, रुपये प्रजत दकलोिाट र्ंटे के अनुसार, “L1+x%” की श्रेणी में हो; िबदक “x” का
मान सामान् यत: ो (2) से पांच (5) के बीच हो और इसे आरएफएस में तय दकया िाएगा।”
1दकसी कंपनी के संबंध में सहयोगी का अथा एक ऐसा व्यजि होगा िो ऐसी कंपनी को जनयंजत्रत करता है, इसके द्वारा जनयंजत्रत होता है, या उसके साथ सामान्य जनयंत्रण में है। अजभव्यजि 'जनयंत्रण' का अथा ऐसी कंपनी के 50% से अजधक िोटटंग िेयरों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्ट्िाजमत्ि या बहमत जन ेिकों को जनयुि करने का अजधकार होगा।
6.2.3 खरी ार बोली ाताओं के अंजतम चयन के जलए ररिसा नीलामी का जिकल्प भी चुन सकता है, ऐसे मामले
में, बोजलयां आमंजत्रत करने िाले नोरटस और बोली स्ट्तािेज़ में इसका जििेष रूप से उल्लेख दकया
िाएगा। खरी ार आरएफएस में एचपीिी को उपलब्ध मौिू ा प्रोत्साहनों का प्रकटन कर सकता है।
6.2.4 आरएफएस में जिजनर् ाष्ट कुल क्षमता का अजधकतम 50 प्रजतित एक एकल बोली लगाने िाले को आबंरटत दकया िा सकता है।
7. जिद्युत िय करार
सफल बोली ाता के साथ दकए िाने िाला प्रस्ट्ताजित प्रारूप पीपीए और प्रारूप पीएसए,आरएफएस के साथ-साथ, िारी
दकया िाएगा। इस पीपीए के भाग के रूप में िाजमल दकये िाने िाले मानक प्रािधानों में अन्य के साथ जनम्नजलजखत भी
िाजमल होंगे, जिसमें िब तक यहां अन्यथा उजल्लजखत न दकया िाए, इन्हें पीएसए में
एक के बा एक
आधार पर िाजमल दकया िाएगा।7.1 पीपीए अिजधः पीपीए की अिजध सामान्यतः एससीएसडी की जतजथ से 20 (बीस) िषा की अिजध के जलए अथिा
खरी ा र द्वारा एचपीिी के जनयंत्रण से बाहर के आधार पर द ए गए जिस्ट्तार की सीमा तक आपूर्ता की िुरूआत की पुनर्नाधााररत जतजथ से होगी। तथाजप, पीपीए की अिजध को 25 िषा की ीर्ा अिजध के जलए भी तय दकया िा
सकता है। आरएफएस स्ट् तािेि में पीपीए की अिजध का उल् लेख पहले से दकया िाना चाजहए। जिकासकतााओं को
पीपीए अिजध की समाजप्त के बा अपने संयंत्रों का प्रचालन करने की छूट होगी। जिकासकताा पीपीए अिजध के
ौरान अपने िोजखम और लागत पर अपने संयंत्रों का उन्नयन तथापुनः िजिकरण कर सकता है; और उत्तरिती
बोजलयों में उनकी अबद्ध क्षमता की सीमा तक भाग ले सकता है। जिन जिकासकतााओं ने पहले ही पिन सौर हाइजिड जिद्युत संयंत्र संस्ट्थाजपत कर द ए हैं अथिा ऐसे संयंत्रों के जनमााण की प्रदिया में हैं और जिनके पास अबद्ध क्षमता है, िे भी बोली में भाग लेंगे। ऐसे मामले में, उन्हें जिद्युत की आपूर्ता िुरू होने की िास्ट्तजिक तारीख और एससीएसडी के बीच की अिजध के अनुरूप पीपीए की ीर्ाािजध का लाभ द या िा सकता है।
7.2 जिद्युत की मात्राः खरी ी िाने िाली जिद्युत, जिद्युत (मेगािाट)के सं भा में होगी।
7.2.1 जिद्युत सं भा (मेगािाट) में खरी ः
क. जिद्युत (मेगािाट) सं भा में खरी के मामले में, क्षमता उपयोजगता र्टक (सीयूएफ) की रेंि को बोली
स्ट्तािेि में इंजगत दकया िाएगा। सीयूएफ की गणना िार्षाक आधार पर की िाएगी। यद पररयोिना न्यूनतम सीयूएफ के अनुरूप ऊिाा से कम ऊिाा का उत्पा न और आपूर्ता करती है, तो
एचपीिी का खरी ार कोउपलब्धता में ऐसे संजि ा दकए गए सीयूएफ स्ट्तर से कमी के जलए ंड का
भुगतान करने के जलए उत्तर ायी होगा।इस प्रकार के ंड की राजि,पीपीए की ितों के अनुसार, ऊिाा
के सं भा में कमी के जलए पीपीए टैररफ के डेढ गुना की र पर होगी।
ख. यद दकसी मामले में ऊिाा की उपलब्धता जनर् ाष्ट अजधकतम िार्षाक सीयूएफ से अजधक है तो
एचपीिी इसको दकसी अन्य कंपनी को बेचने के जलए स्ट्ितंत्र होगा बिते दक इस को मना करने का
प्रथम अजधकार खरी ार(रों) का होगा। खरी ार अनुरोध प्राप्त होने के 15 द नों के भीतर अस्ट्िीकृजत प्र ान करेगा, जिसके बा , इसे अस्ट्िीकार माना िाएगा। यद दकसी मामले में, खरी ार जिद्युत उत्पा न की अजधक मात्रा को खरी लेता है, तो िह उसको पीपीए टैररफ के
अनुसार खरी ेगा, और आरएफएस स्ट्तािेि में इस आिय का प्रािधान स्ट्पष्ट रूप से िााया
िाएगा।
ग. एचपीिी, खरी ार(रों) (अजधकतम सीयूएफ के भीतर) को डे अहैड आधार पर प्रस्ट्ताजित की गई, परंतु खरी ार(रों) द्वारा अगले द न के जलए जिड्यूल नहीं की गई जिद्युत, की जबिी,खरी ार(रों) से अनापजत्त प्रमाणपत्र की आिश्यकता के जबना दकसी तीसरे पक्ष या जिद्युत एक्सचेंि को कर सकेगा।
7.2.2. गैर-जनष्पा न के जलए िाजस्ट्त आरएफएस में जनर् ाष्ट अनुसार होगी।जिजभन्न क्षेत्रीय भार प्रेषण केन्रों
(आरएलडीसीज़ज़)/राज्य भार प्रेषण केन्रों (एसएलडीसीज़) (अंतःक्षेपण, हस्ट्तक्षेप और खरी ार एसएलडीसी/आरएलडीसी सजहत) पर िेड्युबलंग और उसकी पंबचंग की जिम्मेिारी केिल एचपीिी की
होगी।
7.2.3. जिचलन समाधान तंत्र (डीएसएम):जनधााररत समय से जिचलनों के जलए, मौिू ा जिजनयमों के अनुसार, डीएसएम (जिचलन समाधान तंत्र) लागू होगा। उत्पा क पर डीएसएम प्रभारों का भुगतानएचपीिी
द्वारा दकया िाएगा।
7.3 भुगतान सुरक्षा तंत्र (पीएसएम)
जिद्युत (जिलंब भुगतान अजधभार एिं संबंजधत मामले) जनयमािली, 2022 और समय-समय पर िारी इसके
संिोधनों एिं स्ट् पष् टीकरणों सजहत, पयााप्त भुगतान सुरक्षा का प्रािधान, यद कोई हो, दकया िाएगा। इसके
अजतररक् त, मध् यस्ट्थ खरी ार भुगतान सुरक्षा जनजध का रखरखाि करेगा। जनजध से लाभ प्राप् त करने के जलए पात्र होने हेतु,जिकासकताा को प्रजत यूजनट 2 पैसे की र से पीएसएम प्रभारों का भुगतान करने का िचन ेना होगा।
7.4 जिजध में पररितानः
जिजध में पररितान संबंधी प्रािधान जिद्युत मंत्रालय की द नांक 22 अिूबर, 2021 की अजधसूचना द्वारा
अजधसूजचत जिद्युत (जिजध में पररितान के कारण लागतों की समय पर िसूली) जनयम, 2021 के अनुसार होंगे
जिसमें समय-समय पर िारी संिोधनों एिं स्ट्पष्टीकरण भी िाजमल होंगे।
7.5 अप्रत्याजित र्टनाः
पीपीए में,'अप्रत्याजित र्टना'की पररभाषाओं, अपिा ों, प्रयोज् यता और उद्योग मानकों के अनुसार अप्रत्याजित र्टना के कारण, उपलब् ध राहत से संबंजधत प्रािधान िाजमल होंगे। एचपीिी खरी ार को अप्रत् याजित र्टना िुरु
होने के 15 (पंरह) द नों के भीतर अप्रत् याजित र्टना र्रटत होने के बारे में सूजचत करेगा और खरी ार सूचना
की प्राजप्त के 15 द नों के भीतर उसके ािे का उत्तर ेगा।
7.6 ऑफ-टेक बाधाओं के जलए उत्पा न मुआििाः यद खरी ार एचपीिी द्वारा जिड्यूल की गई जिद्युत का ऑफ-टेक नहीं करता है, तो िाजस्ट्त समय-समय पर यथासंिोजधत, जिद्युत (मस्ट्ट-रन जिद्युत संयंत्र से जिद्युत के उत्पा न का
संिधान) जनयम, 2021 के अनुसरण में, होगी।
7.6.1 जिड अनुपलब्धता के कारण ऑफ-टेक बाधाएं: संयंत्र के प्रचालन के ौरान, कुछ ऐसी अिजधयां हो सकती हैं
िब संयंत्र जिद्युत का उत्पा न तो कर सकता है, परंतु अस्ट्थायी पारेषण अनुपलब्धता के कारण जिद्युत की
जनकासी नहीं हो पाती है, जिसके जलए एचपीिी जिम्मेिार नहीं होता। ऐसे मामलों में, खरी ार द्वारा
जनम्नजलजखत प्रकार से उत्पा न मुआििे पर ध्यान द या िाएगाः
जिड अनुपलब्धता की अिजध उत्पा न मुआििे के जलए प्रािधान
दकसी संजि ा िषा में 50 र्ण्टों से
अजधक के रूप में संजि ा िषा में
जिड अनुपलब्धता, िैसा दक पीपीए में पररभाजषत है।
उत्पा न मुआििा =
((टैररफ X आरई जिद्युत (मेगािाट), िो खरी ार द्वारा जिड्यूल नहीं)) x 1000 x जिड अनुपलब्धता के र्ण्टों की संख्या।
तथाजप, तृतीय-पक्ष जबिी अथिा जिद्युत एक्सचेंि में जबिी के
मामले में, मूल्यिाही के रूप में, प्राप्त राजि का 95%, खचों की
कटौती के बा , माजसक आधार पर ेय उत्पा न मुआििे के जनजमत्त
समायोजित दकया िाएगा।
7.6.2 ऑफ-टेक में कमी के मामले में भुगतानःयद संयंत्र जिद्युत आपूर्ता के जलए उपलब्ध है परंतु खरी ार द्वारा
जिद्युत मंत्रालय की द नांक 3 िून, 2022 की रािपत्र अजधसूचना द्वारा अजधसूजचत “जिद्युत (जिलंब भुगतान अजधभार और संबंजधत मामले) जनयम, 2022” और इससे संबंजधत दकसी स्ट्पष्टीकरण या संिोधन, की
अनुपालना न होने के कारण जिद्युत जडस्ट्पैच न होने सजहत जिद्युत ऑफ-टेक नहीं दकया िाता है, तो आरई जिद्युत के जलए 'मस्ट्ट रन' जस्ट्थजत संबंधी जसद्धांत को ध्यान में रखते हए, खरी ार जनम्नजलजखत तरीके से र्टे
हए ऑफ-टेक के अनुरूप एचपीिी को भुगतान करेगाः
ऑफ-टेक में कमी की
अिजध
उत्पा न मुआििे के जलए प्रािधान
एक िषा में 50 र्ण्टों
से अजधक की ऑफ- टेक में कमी, िैसा
दक पीपीए में
पररभाजषत है।
उत्पा न मुआििा =
((टैररफ X आरई जिद्युत (मेगािाट), िो खरी ार द्वारा
जिड्यूल नहीं)) x 1000 x जिड ऑफटेक में कमी के र्ण्टों की संख्या।
तथाजप, तृतीय-पक्ष जबिी अथिा जिद्युत एक्सचेंि में जबिी के मामले में, मूल्यिाही के रूप में, प्राप्त राजि का 95%, खचों की कटौती के बा , माजसक आधार पर ेय उत्पा न मुआििे के जनजमत्त समायोजित दकया िाएगा।
7.6.3 मुआििे का ािा करने के जलए, एचपीिी को एक मूल्यिाही के रुप में, पािर एक्सचेंि में अपनी जिद्युत बेचनी होगी। इस प्रकार, मुआििा, र्ोजषत क्षमता तक, िास्ट्तजिक उत्पा न के अन्तर तक सीजमत होगा, िो
अजधकतम संजि ा की गई क्षमता और खरी ार द्वारा जिड्यूल की गई जिद्युत की मात्रा के अध्यधीन होगा।
7.7 चूक की जस्ट्थजत (इिेंट ऑफ जडफॉल् ट)
(क) एससीएसडी से जिद्युत की आपूर्ता की िुरूआत में छह माह से अजधक के जिलंब के जलए, उत्पा क को चूक की
र्टना हई माना िाएगा और पररणाम खंड 15.5 के अनुसार होंगे।
(ख) यद उत्पा क पीपीए में र्ोजषत न्यूनतम सीयूएफ के अनुरूप ऊिाा आपूर्ता बनाए रखने में जिफल रहता है, तो
उत्पा कचूककताा होगा और पीपीए समाप्त कर द या िाएगा। इसके अजतररि, उत्पा क जनधााररत न्यूनतम सीयूएफ के साथ अपनी संजि ात्मक क्षमता के जलए खरी ार को 24 (चौबीस) माह िेष पीपीए अिजध, िो
भी कम हो, के टैररफ के बराबर हिााना का भुगतान करने के जलए उत्तर ायी होगा।
(ग) यद उत्पा क पीपीए की ितों के जिपरीत अपने दकन्हीं अजधकारों अथिा ाजयत्िों का जनिाहन करता है
अथिा प्रजतस्ट्थापन करता है अथिा पीपीए का पररत्याग करता है, अथिा पीपीए में यथा जनधााररत दकसी
प्रकार के अन्य कृत्य अथिा चूक करता है तथा पीपीए में दकए गए प्रािधान के अनुसार, उपचार अिजध के
भीतर उपरोि दकसी भी प्रकार का हल जनकालने में असफल होता है, तो उत्पा क, खरी ार को, उसकी
जनधााररत सीयूएफ के साथ संजि ा की गई क्षमता के जलए, 24 (चौबीस) माह, अथिा पीपीए की िेष अिजध,
िो भी कम हो, के टैररफ केसमतुल्य हिााने, का भुगतान करेगा। खरी ार को अजधकार होगा दक िह दकसी
भी अन्य कानूनी प्रदिया या उपचार के उपाय पर प्रजतकूल प्रभाि डाले जबना, बैंक गारंटी, यद कोई हो, िब्त करके उि हिााने की िसूली करे।
(र्) उपरोि अनुसार हिााने की िसूली के साथ-साथ, उत्पा क द्वारा चूक की जस्ट्थजत में, ऋण ाता, पीपीए में
उपबंजधत प्रजतस्ट्थापन उपबंधों तथा खरी ारों की सहमजत के अनुसार, प्रजतस्ट्थापन के अपने अजधकार का
प्रयोग करने का पात्र होगा।तथाजप, यद ऋण ाता जनधााररत अिजध के भीतर, चूककताा उत्पा क के
प्रजतस्ट्थापन में असफल होते हैं, तो खरी ार पीपीए को समाप्त कर सकता है।
(ङ) यद खरी ार/मध्यस्ट्थ खरी ार, अन्य बातों के साथ-साथ, आरएफएस अथिा पीपीए के समापन के
अनुसरण में, ेय राजियों के समय पर भुगतान में जिफलता सजहत अन्य कारणों से चूककताा है, तो उत्पा क अपने जििेकानुसार पीपीए को समाप्त कर सकता है। चूककताा खरी ार उत्पा क को, जनधााररत सीयूएफ के
साथ उसकी संजि ा की गई क्षमता के जलए 24 (चौबीस) माह, अथिा पीपीए की िेष अिजध, िो भी कम हो, के प्रभारों केसमतुल्य, हिााने का भुगतान करेगा।
8. बोली प्रदिया
8.1 खरी ार/मध्यस्ट्थ खरी ार एकल चरण ो-भाग (तकनीकी बोली एिं जित्तीय बोली) को अपनाते हए बोजलयां
आमंजत्रत करेगा, बोली प्रदिया इलेक्रॉजनक पद्धजत (ई-बोली) के माध्यम से संचाजलत की िाएगी। तकनीकी बोली
पहले खोली िाएगी। केिल उन्हीं बोली ाताओं की जित्तीय बोली खोली िाएगी िो तकनीकी बोली में अहा पाए
िाएंगे। खरी ार बोली ाताओं के अंजतम चयन के जलए ई-ररिसा नीलामी का जिकल्प भी चुन सकता है, ऐसे मामले
में, बोजलयां आमंजत्रत करने िाले नोरटस और बोली स्ट्तािेज़ में इसका जििेष रूप से उल्लेख दकया िाएगा। सफल रैक ररकॉडा तथा पयााप्त सुरक्षा और गोपनीयता की जििेषताओं िाले ई-प्रोक्योरमेंट प्लेटफॉमा का उपयोग दकया
िाएगा।
8.2 खरी ार बोली ाताओं को, इन द िाजन ेिों के अनुसार, हाइजिड जिद्युत पररयोिना(ओं) की संस्ट्थापना के जलए आरएफएस में भाग लेने हेतु आमंजत्रत करेंगे।
8.3 जिकासकताा, जिन्होंने पहले ही क्षमता संस्ट्थाजपत कर ली है अथिा जिनके पास अजतररि अबद्ध क्षमता है, िे भी
इस बोली में भाग ले सकते हैं।
8.4 खरी ार(रों) द्वारा, आरएफएस, मसौ ा पीपीए तथा मसौ ा पीएसए (यद लागू हो) सजहत बोली स्ट्तािेि को, इन द िाजन ेिों तथा एसबीडी, यद कोई हो, तो उनके अनुरूप तैयार दकया िाएगा।
8.5 खरी ार इसके व्यापक प्रचार के जलए कम से कम ो राष्ट्रीय समाचार पत्रों में अथिा अपनी िेबसाइट में
आरएफएस नोरटस प्रकाजित करेंगे।
8.6 खरी ार प्रत्याजित बोली ाताओं के जलए बोली-पूिा कॉन्रेंस का अिसर प्र ान करेंगे तथा दकसी भी बोली ाता के
जलए बोली स्ट्तािेिों की जलजखत व्याख्या उपलब्ध कराएंगे जिसे सभी अन्य बोली ाताओं को भी उपलब्ध कराया
िाएगा। सभी सम्बद्ध पार्टायां पूरी तरह जलजखत पत्राचार पर ही भरोसा करेंगी। बोली स्ट्तािेिों से संबंजधत दकसी प्रकार के स्ट्पष्टीकरण या संिोधन को पयााप्त िानकारी हेतु खरी ार(रों) की िेबसाइट पर अपलोड दकया
िाएगा। बोली स्ट्तािेिों के संबंध में दकसी भी तरह के संिोधन या आिोधन िारी दकए िाने पर बोली ाताओं
को, बोजलयााँ प्रस्ट्तुत करने के जलए, तब से कम से कम 7 (सात) द नों का समय द या िाएगा।
9. चयन के जलए अनुरोध (आरएफएस) स्ट्तािेि
आरएफएस स्ट्तािेि में खरी ार द्वारा उपलब्ध कराए िाने िाले मानक प्रािधानों में जनम्नजलजखत िाजमल होंगे
और उनमें उपयुि रूप से जिस्ट्तार दकया िा सकता है:
9.1 बोली प्रभािनीयताः बोली का मूल्यांकन केिल तभी दकया िाएगा िब िह प्रभािनीय हो और अन्य बातों के
साथ-साथ जनम्नजलजखत ितें पूरी करती होः
(क) बोली ाता या उसका कोई भी सहयोगी दकसी भी ऋण ाता का िान-बूझकर चूककताा न रहा हो।
(ख) बोली प्रस्ट्तुत करने की अंजतम जतजथ के अनुसार, दकसी भी कंसोर्टायम स स्ट्य और उसके दकसी भी सहयोगी
सजहत दकसी भी बोली ाता तथा उसके दकसी भी सहयोगी, उनके जन ेिकों को, भारत में दकसी भी
सरकारी एिेंसी अथिा प्राजधकरण द्वारा, बोली ाता अथिा स स्ट्यों के अजधकार क्षेत्र की सरकार द्वारा,
िहां लागू हों अथिा उनके व्यिसाय के मूल स्ट्थान के अजधकार क्षेत्र में, कोई भी अंतरााष्ट्रीय जित्तीय संस्ट्थान
िैसे दक जिश्व बैंक समूह, एजियन डेिलेपमेंट बैंक, अरीकन डेिलेपमेंट बैंक, इंटर-अमेरीकन डेिलेपमेंट बैंक,
एजियन इंरास्ट्रक्चर इंिेस्ट्टमेंट बैंक आद या संयुि राष्ट्र या इसकी दकसी भी एिेंजसयों को िर्िात नहीं
दकया िाना चाजहए।
9.2 बोली ाताओं द्वारा पूरी की िाने िाली योग्यता अपेक्षाएं
9.2.1 तकनीकी मान ंड:
सरकार भागी ारी बढाकर प्रजतस्ट्पधाा को प्रोत्साजहत करना चाहेगी। तथाजप, पररयोिनाओं का यथोजचत कायाान्ियन सुजनजश्चत करने के जलए, खरी ार तकनीकी मान ंड का उल्लेख कर सकता है। ऐसे पररयोिना
जिकासकतााओं, जिनके द्वारा मान ंड पूरे दकए िाने की संभािना हो, की संख्या के मूल्यांकन के बा ऐसे
मान ंड तय दकए िाने चाजहएं तादक प्रजतस्ट्पधाा का समुजचत स्ट्तर हाजसल दकया िा सके।
9.2.2 जित्तीय मान ंड क. जनिल मूल्य
i). खरी ार(रों) आिश्यक योग्यता के भाग के रूप में जनिल मूल्य के रूप में जित्तीय मान ंड का उल्लेख करेंगे। जनिल मूल् य की आिश् यकता उस िषा, जिसमें बोजलयां आमंजत्रत की िाती हैं, के जलए पररयोिना
हेतु अनुमाजनत पूंिीगत लागत का कम से कम 20% अथिा आरएफएस में जिजनर् ाष्ट कोई अन्य माप ंड होनी चाजहए।
ii). उपरोि प्रयोिन के जलए जिचार दकए िाने िाला जनिल मूल्य बोली ाता कंपनी या संर् (कंसोर्टायम) का संचयी जनिल मूल्य होगा, जिसमें बोली ाता (ओं) की ऐसी सहायक कंपजनयों का जनिल मूल्य
िाजमल होगा िो आरएफएस स्ट्तािेि के अनुसार, बोली ाता (ओं) के ऐसा करने में जिफल होने की
जस्ट्थजत में अपेजक्षत इदिटी जित्तपोषण और कायाजनष्पा न बैंक गारंरटयां ेने का िचन ेंगी।
iii).
स्ट्पष्ट दकया िाता है दक इस खंड के जलए जिचार दकए िाने िाला जनिल मूल्य कंपनी अजधजनयम केअनुसार गणना दकया गया कुल जनिल मूल्य होगा।
ख. पररसमापनः आिश्यक है दक बोली ाता के पास पररयोिना के जलए आिश्यक जनजध की व्यिस्ट्था करने के
जलए पयााप्त नक प्रिाह/आंतररक प्राजप्तयां हैं। त नुसार, खरी ार िार्षाक टनाओिर, आंतररक संसाधन
िुटाने, बोली लगाने की क्षमता इत्याद िैसे उपयुि माप ंडों का भी उल्लेख कर सकते हैं।
9.3 बयाना िमा राजि (ईएमडी) की मात्राः खरी ार बोली ाताओं द्वारा प्रस्ट्तुत की िाने िाली बैंक गारंटी/भुगतान
िचन पत्र के रूप में बयाना िमा राजि (ईएमडी) की मात्रा जनर् ाष्ट करेगा, िो हाइजिड जिद्युत पररयोिना की
अनुमाजनत पूंिी लागत के ो प्रजतित अथिा आरएफएस में जिजनर् ाष्ट दकसी अन्य माप ंड से कम नहीं होगी।
एचपीिी की जनधााररत समय अिजध के भीतर पीपीए का जनष्पा न करने में जिफलता के कारण, इन द िाजन ेिों
में यथा पररभाजषत, ईएमडी की िब्ती या जडबाटरंग (जनषेध) आद की िाएगी।
9.4 जि ेिी बोली ाताओं द्वारा कानूनों का अनुपालनः यद दकसी जि ेिी कंपनी को सफल बोली ाता के रूप में चुना
िाता है, तो िह भारत में जि ेिी प्रत्यक्ष जनिेि (एफडीआई)से संबंजधत सभी कानूनों और प्रािधानों का पालन करेगी।
10. बोली प्रस्ट्तुत तथा मूल्यांकन करना:
10.1 बोली ाताओं द्वारा संर् बनाने की अनुमजत होगी, जिसमें यह संर् एक प्रमुख स स्ट्य की पहचान करेगा, िो बो�