स य न ठा अनुबंध (आई पी) के मह वपूण ावधान और वशेषताएँ
स य न ठा अनुबंध या है?
¾ स य न ठा अनुबंध (आई पी) सावज नक ठेका और अ ध ाि त म टाचार का वरोध करने म सरकार, यापार और नाग रक समाज को पारद शता (ट आई) के साथ
यवहार करने म सहयोग पहुँचाने के उ े य से 1990 के दशक म वक सत एक तं
है|
¾ स य न ठा अनुबंध, टाचार क उ च लागत और भाव को कम करने हेतु
पार प रक हक और दा य व को था पत करता है| इसम बोल लगाने वाल का
पूवचयन, बोल लगाना, ठेका, काया वयन, पू त और नवाह से संबं धत सभी
ठेकागत ग त व धयाँ आ जाती ह| इस कार, स य न ठा अनुबंध, नै तक आचरण स हत पारद शता पूण आम ठेका एवं अ ध ाि त हेतु अ भ ेत है|
¾ यह नाग रक समाज के लए अनु वण क प रक पना भी करता है, जो इसका
अं तम ल य है|
¾ स य न ठा अनुबंध 2006 म क य सतकता आयोग (सी वी सी) के समथन से लागू
कया गया|
¾ 2006 से, 39 सावज नक उप म ने स य न ठा अनुबंध को अपनाया| व वध सावज नक उप म के तवेदन के अनुसार, अ ध ाि तय म टाचार को दूर करने
म यह एक भावी तं सा बत हुआ है|
¾ स य न ठा अनुबंध म सावज नक उप म के ठेक के लए सरकार अथवा सरकार वभाग और ब डर के बीच करार पर ह ता र करने क या होती है|
¾ इसम कसी भी प को र वत न देने, ताव न रखने, माँग न करने अथवा
वीकार न करने अथवा ठेका ाि त अथवा उसे चलाने हेतु त प य म गुटबंद न करने क तब ता होती है|
¾ ब डर, ठेके के संबंध म कसी को दये गये सभी कमीशन और इसी कार के
भुगतान का कट करण करेगा|
¾ उ लंघन के मामले म तबंध लागू ह गे| स य न ठा अनुबंध म वतं अवलोकन और उ तरदा य व के लए अनु वण णाल भी होती है|
कोई कंपनी स य न ठा अनुबंध पर ह ता र य करे?
¾ सावज नक अ ध ाि त और ठेक म पारद शता के लए स य न ठा अनुबंध एक तमान है|
¾ इससे सरकार ठेक के त लोग म व वास बढ़ता है और इस कार ठेके क प तय और आम तौर पर शासन म व वसनीयता को बढ़ाने म सहयोग मलता
है|
¾ यह उ ह न न ल खत अनुसार आ वासन के मा यम से र वत देने से बचने म कंपनी को स म बनाता है –
(अ) उनके त प भी र वत देने से परहेज करगे
(आ) सरकार ब डंग णाल और अ ध ाि त प ट प से पारदश होगी
(इ) सरकार न सफ टाचार का उ मूलन करेगी, बि क अपने ा धका रय वारा
परेशान कये जानेवाले मामल म कमी लाएगी तथा पारदश प तय का
अनुसरण करेगी
¾ यह सरकार और कंप नय को उ च लागत कम करने तथा गुणव ता नयं ण को
बनाए रखने म सहयोग देता है|
¾ यह नणय लेने क या, देश म आ तथेय नवेश वातावरण म गोपनीयता और व वास, और सावज नक समथन को बनाए रखता है|
इससे या सु नि चत होता है?
¾ े ता और खर ददार के बीच अ धक पारद शता और स य न ठा
¾ ठेक और न वदाओं के मामल म बा य ह त ेप का उ मूलन
¾ कंप नय एवं ब डर म नै तकता म सुधार
¾ कसी ब डर अथवा ठेकेदार से समी ा हेतु अ यावेदन/शकायत म कमी
¾ नचले तर म सुधार भारत म य ासं गक है?
¾ टाचार भा वत रा म एक के प म भारत क गणना क जाती है और अंतरा य पारदश टाचार संक पना सूची (सी पी आई) 2009 के अनुसार 180 रा म भारत को 84 वाँ रक ा त है|
¾ मौजूदा टाचार-वरोधी संगठन ने टाचार के उ मूलन म थोड़ी सी सफलता
हा सल क है|
¾ अ धक लोग का मानना है क टाचार भयानक ग त से बढ़ रहा है|
¾ यदाकदा अफवाह और वलंब से सरकार ठेक और अ य अ ध ाि तय पर भाव पड़ता है|
¾ ऐसे वलंब सेअ ध ाि तय, कायऔरसावज नकप रयोजनाओंक लागतबढ़जातीहैएवं
सरकार खजानाखाल होता है|
¾ टाचार से गर ब लोग को अ धक नुकसान पहुँचता है|
¾ स य न ठा अनुबंध मौजूदा प तय को जोड़नेवाल एक प त है और सावज नक ठेक म पारद शता को सु नि चत करने का एक भावी तं है|
स य न ठा अनुबंध क मु य वशेषताएँ या ह?
¾ वामी (आपू त, परामश, नमाण एवं/अथवा कसी अ य सेवा हेतु सावज नक ठेक का आमं ण करनेवाला सरकार कायालय) वारा अपने और सहयोगी ( ब डर, ठेकेदार अथवा आपू तकार) के बीच समझौता (ठेका) कया जाता है|
¾ वामी और सहयोगी वचन देते ह क वे कोई र वत अथवा भट क माँग अथवा
वीकार नह ं करगे| वामी सहम त देता है क उसके ा धकार ऐसा नह ं करगे| कसी उ लंघन के मामले म वे अनुशास नक व दंड संबंधी कारवाई हेतु बा य ह गे| ऐसे ह, ब डर आ वासन देता है क वह ठेका ा त करने और उसे अपने अ धकार म रखने हेतु कोई र वत नह ं देगा|
¾ स य न ठा अनुबंध के काया वयन और भावका रता के नर ण के लए, दोषर हत स य न ठा रखनेवाले और न वदा/ठेके क याओं का ान रखनेवाले यि त को
वतं बा य अनु वक (आई ई एम) के प म नयु त कया जाता है| वतं
बा य अनु वक नर क क सूची क य सतकता आयोग (सी वी सी) वारा
अनुमो दत क जाती है|
¾ वतं बा य अनु वक क सलाह का ववाद के नपटान तं के प म उपयोग
¾ ब डर क अपनी तब ताओं अथवा वचन के कसी उ लंघन हेतु दंड क सूची
स य न ठा अनुबंध कैसे काम करता है?
¾ वामी और ट आई आई के बीच समझौते ापन पर ह ता र कया जाता है|
¾ स य न ठा अनुबंध काय म के काया वयन हेतु वामी के सभी व र ठ अ धका रय से वचन लया जाता है|
¾ य द वामी क कोई सहायक कंपनी ह तो, उ ह वामी के स य न ठा अनुबंध के
अनुपालन क सलाह द जाती है|
¾ वामी वारा क य सतकता आयोग के साथ परामश के मा यम से वतं बा य अनु वक नर क का चयन|
¾ वामी के वेबसाइट म स य न ठा अनुबंध, वतं बा य अनु वक नर क से संपक हेतु फोन नं. और ई-मेल आई डी, और ट आई आई के साथ कये गये समझौता
ापन आ द ववरण दशाया जाना|
¾ स य न ठा अनुबंध के काया वयन और भावका रता क आव धक समी ा एवं
मू यांकन|
उ लंघन एवं उनके प रणाम या ह?
¾ य द कोई व े ता स य न ठा अनुबंध काय म के अधीन, अपने वचन और दा य व का उ लंघन करता है, तो न न ल खत प रणाम हो सकते ह :
(i) बड क संर ा एवं न पादन बंध प क हा न
(ii) वामी अपने चालू ठेके को र कर सकता है और व े ता के साथ यापार संबंध तोड़ सकता है|
(iii) भावी काय म व े ताओं का नषेध एवं ब ह कार
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