तदश नप अंकयोजनास - 1
क ाबारहवीं
हंद ऐि छक (002) (संभा वतउ रसंकेत)
नसं या 1 म दएगएग यांश-1 परआधा रत न केउ र ह.
(1×10=10)
(1) (घ)इससे यि तक इ छाओंक पूणपू तसंभवहै (1)
(2) (ख) संसाधन क तुलनामप र मक भू मकाअ धकहै (1)
(3) (क) बाँध, को वड 19 क रोकथामकाट का, ेपणक (1)
(4) (क) मह न यि त (1)
(5) (घ) प र मह नतासेवैयि तकउपलि ध नतांतअसंभवहै. (1)
(6) (ख) नरंतरप र मकरना. (1)
(7) (घ) आसानव मह नतर केसे ा तकरनेपर (1) (8) (क) व + तं +ता (1) (9) (ख) उपयु त (1) (10)(ख) प र म :सफलजीवनकाआधार (1) नसं या 1 म दएगएग यांश-2 परआधा रत न केउ र (1)(ग) मह वपूणऔर व वसनीय ान दानकरताहै. (1) (2) (घ) कृ तसेअ वदूररहनेका यासकरतेह (1)
(3) (घ) बार क सेदेखनाऔर नरंतरसोचना (1) (4) (ख) व ानोपासक. (1)
(5) (घ) व ानवाद (1)
(6) (ख) कृ तकेसा ातदशनसे (1)
(7)(घ) फुि लतपु पकाअ ययनकरता है (1) (8)(ख) कृ तकेउपासक - क वऔरवै ा नक (1)
(9)(क) क पना धानवभावो मेशयु तक वतारचीजारह है (1)
(10)(ख) कृ तकेत व कोमानवमानाहै (1)
नसं या 2 म दएगएका यांश 1 परआधा रत न केउ र (1×8=8)
(1) (ग) आन द (1)
(2) (ग) कव य ीनेअसफलताकेबादल कोसोनेकेसू सेघेरकररखाहै। (1) (3) (ख) वपर तप रि थ तय मभीआशाकादामननह ंछोड़नाचा हए। (1) (4) (ख) लोग वारा योजनह नतादशाएजानेपर य कसंसारसुखसेभराहुआहै। (1)
(5) (क) स नताकेसाथ हणकरतीह। (1)
(6) (ख) मनु यहताशनहोऔरसम याओंकाहलकरनेका यासअथकभावसेकरे। (1) (7) (ख) अनु ास
(1)
(8) (ख) मेराजीवन (1)
नसं या 2 म दएगएका यांश 2 परआधा रत न केउ र
(1) (क) कदा चतउनका थानांतरणहोगयाहै। (1) (2) (ख) अपनाकायपूणनहोनेक पीड़ाकेकारण
(1)
(3) (ख) कसीभीप रि थ तम वलापनह ंकरनाचा हए (1)
(4) (ग) वेलोग परअपना भावछोड़जातेह (1) (5) (क) कायकैसाभीहोसमयानुसारहोह जाताहै (1) (6) (क) लोगज द कायकरनेवालेअ धकार से भा वतहोतेह. (1) (7) (ग)ह ता रकहाँ कतेह, होह जातेह (1) (8) (ख) जीवनसार (1)
न 3. (1×5 =5)
(1)(घ) ाई-एंकर. (1)
(2)(ख) सा रतश द क क ठनाईकात काल कोई नराकरणनह ंहै. (1)
(3)(घ) यएवं यसु वधा दानकरताहै (1)
(4)(ख) श द (1)
(5)(ख) सामािजकसमरसता (1)
न 4 (1×5 =5)
(1)(घ) शहर वग (1)
(2)(घ) उसका कृ त से संबंध टूट गया है। (1)
(3)(घ) ढाक के वन म भौर म ती म दहरने लगते ह ।. (1) (4)(ग) क वगण वदेश मभँवरेऔरकोयलक अदाओंक तु त वारालाभ ा तकरगे। (1) (5)(ख) पुन ि त काश, अनु ास (1)
न 5 (1×5 =5)
(1)(घ)लेखकमंडल चौधर साहबकोपुराने वचार वालाआदमीसमझतीथी।. (1) (2) (घ) काय यवहारसे रयासतऔरतबीयतदार क झलक मलतीथी। (1) (3) (क) खासे हंदु तानीरईस, कंध तकबाल वाले (1) (4) (घ) वल णताऔरचुट लापनजैसे वशेषगुण के वामीह। (1)
(5)(ग) चौधर साहबकानौकर, बालमज़दूर . (1)
न 6 (छह म से कोई चार) 1×4 =4)
(1)(ख) सखायाहुआउ रदेरहाथा (1)
(2)(ख) मानवीयसंवेदना (1)
(3)(ख) संतापएवं कंकत य वमूढ़ता (1)
(4)(क) आशा यि तकोका प नकसुखमभरमाएरहतीहै (1) (5)(ग) देशकेबाहरसेआएहुए यि तय कासमूह (1)
(6) (घ) बाधाएँ (1)
न 7
(1) (ग)भर को (1)
(2) (ग) वजन औरभूधर सेगहर आ मीयतारखतेथे। (1)
(3) (ख) जुझा पनएवंआशावाद (1)
(4) (ख) भू खलनमअपन कोखोनेकेबादभीअनुपमपवत ेम (1)
(5) (ख) ामीणसामािजक ि टकोणकेकारण (1)