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महारा केअंदरऔरइसरा यकेबाहरके वा सय नेमु बईशहरकाआकारसबसे यादामह वपूणबना

दयाहैऔप नवे शकसरकारने वासनको ो सा हत कयाऔरऔप नवे शककालकेबादभीयहजार रहा।

शहरक शु आतकेबादसे, इसक वृ ध - आकारऔरआबाद केमामलेमइन-माइ ेशनकेकारक क वजहसे

कयागयाहै।बॉ बेनेअपनी ाकृ तकआबाद केबजायअ धकसेअ धकआबाद कोअ धवा सय केसाथ-साथ

ाकृ तक वकासऔरशहरक कामकाजीआबाद मबहुमतहा सलकर लया।वष 1961 म वा सय का

कामकाजीआबाद का 84 तशतथाऔर 1941 और 1971 क अव धकेबीचशहरके नवा सय केदो तहाई शहरकेबाहरपैदाहुएथे।

वा सय क ेणीम व वधताथीजबवेशहरमबसनेके लएआए, जोभाषाउ ह नेबोलती थी, देशकावह ह साथीऔरउनसेजुड़ीआ थकग त व धय सेसंबं धतथे।महारा के वा सय कोमु य पसेकपासव मल म यानक त कयागयाथाजब कआं देशकेमजदूर क एका ता नमाण े मसबसे यादाथी।

गुजरातऔरमारवाड़ीऔर सं धय केसाथ यापारऔरवा ण यपरगुजरातका भु वरहा।टै सीऔरऑटो

ाइव, घरआधा रतउ योगआ दके े मयूपीऔर बहारके वा सय नेअ धकमह व दया।इसकेअलावा, बॉ बेके यापा रकदु नयाने व वधताएंउतार-चढ़ावक ं, िजसमपारसी, बांयाऔरभ तस, बोहरा,यहू दय, खोज औरमेमनस हतगुजरातकेकईसमुदाय कोशा मल कयागया।

बॉ बेममुसलमानएकअखंडसमुदायकभीनह ंरहेहगुजरातीमुसलमान, हैदराबादकेमुि लम, महारा यन मुसलमानऔरउ र देशकेमुसलमानहऔरअंतमबंगाल मुसलमानह।मेमनउनके यापा रक कौशलके

लए स धहऔरगुजरातसेबोहराऔरखाजजैसीह। फरमालाबार मुसलमानहोटल, चायके टाल और भोजनालय परहावीह।क कणीमुि लमप रवार नेचीनके यापारम वेश कयाऔरबहुतपैसाबनाया।उ र

देशकेअंसारसके पमभीजानाजाताहै य कमो मंसप रधानबनानेऔर बजल केउ पादनमलगेहुएह औरउनमसेकईव मजदूर मकुशल मकके पमकायरतथे।उ र देशकेमुसलमानमजदूर के पम

मकग त व धय म य तह।मराठ मुि लम व भ न कारकेछोटे यवसाय मलगेहुएह।अ धकांश मुि लम मकचमड़ेकेउ योग, ज़ार कामऔरकढ़ाई, बेकर, प रधानबनानेऔर सलाई, गहनेबनानेम शा मलरहेह।द लत केबीच, महारा मआनेवालेपहलेलोगम यमहारा म नय मत पसेसूखेक वजह सेरोजगारक तलाश कररहेथेऔरगांव क जा त हंसासेबचनेके लएभीथे।अ धकतरसं वदा मक नौक रय औरअकुशलरोजगारमलगेहुएथे, महारा क अ यअ पृ यजा तओंक तुलनामचमार और मातंगजैसेमहार काबेहतरसंग ठतऔरअ धकमोबाइलथा।

माइ ेशनक कृ तओवरटाइमबदलगईहैउदाहरणके लए, पछले 50 वष मउ र देशऔर बहारसेआने

वालेलोग क सं यामकाफ वृ धहुईहैऔरगुजरातऔरगोवाक सं यामकमीआईहै।इसकेअलावा, अंतरालिजला वासनम गरावटइसअव धकेदौरानभी यानदेनेयो यहै।अ यउ लेखनीय वशेषताओंम

वा सय केबीच ामीणआबाद काबड़ा तशतहोताहै। ' वासी' क ेणीक समझभीसमयकेसाथबदल गईहै। 'म ट केबेटे' के खलाफखड़ाहोनेपर, वा सय को 'बाहर लोग' के पममानाजाताहै, जोशहरम गलतचीजके लएिज मेदारहै; अ धकतर-अ धकतरगा ड़य सेलेकरअपराधदरमवृ ध। ' वासी' को 'अवैध', 'आतंकवाद', 'शहरकेसंसाधन परबोझ' आ दके पमलेबल कयागयाहै।कागजकेसमकाल नमु बईम एकसम या त यि तके पम ' वासी' केउ भवक ेपव , कलाकार-सेना-कारणयहऔरइसके

राजनी तकअथ यव थाएक व नमाणक सेशहरकेआ थकप रवतनक पृ ठभू ममएकस वससटरके

लए।

' वा सय' क ेणीक बदलतीधारणाओंकोसमझनेके लए, मुंबईकेशहर वशेषताओंकोतलाशनामह वपूण है।एकबंदरगाहशहरऔर यापारऔरवा ण यकाक होनेसे, यहएक मुख व नमाणक मप रव ततहुआ और फरहालके दन म व ीयग त व धय औरसेवा े केक मप रव ततहोगया।शहर गर ब के

यावसा यकच र महोनेवाल बदलावका यानदेखाजाता है।शहरक मुखआ थकग त व धय मइन बदलाव कोज र औरशासनकेतर क मबु नयाद ढांचागतप रवतनऔरप रवतन के वारासम थतथा।

प रवतन मलोग के व भ नसमूह परउनकेसामािजक, सामािजकऔरराजनी तक भावअलग-अलगह, उनक जा त, धम, वगऔर नि चत पसेउनक पहचान ' वा सय' के पमहै।जैसा कमुंबईअंतररा य व ीयक औरएक 'व व तर यशहर' के पमउभररहाहै, म लनबि तय को 'अ त मण' के पमदेखा

जाताहै, औरझु गी नवा सय को 'अवैध', 'अवां छत', 'बाहर लोग' के पमदेखाजाताहै।रा यअपने व भ न उपकरण केमा यमसेगर ब काअपराधीकरणकररहाहै।महारा लम े अ ध नयम, 1971 क धारा 3 (जेड) (6), िजसेवष 2001 मसंशो धत कयागयाथा, 1995 केसालकेबादझु गीबि तय मरहनेवाले

झु गी-झोप ड़य केदाव को य त कया।धारा 3Z-2 (6) कहाअ ध नयमकाकहनाहै क 'मा लक / क ज़ाकता

याजोएकअन धकृतया अवैधसंरचनाका नमाणकररहेहवहअपराधीकादोषीहोगा, दोषीठहरायाजाएगा, उसअव धके लएकारावासकेसाथदंडनीयहोगाजोएकवषसेकमनह ंहोगातीनसालतकहोसकताहैऔर ठ कहै ' महारा लम े अ ध नयमनेइस कार 'कटऑफ़डेट' क अवधारणाको तुत कया।इसके

अनुसार, केवलउनझु गी नवा सय केपासबेदखल के खलाफबचावऔरमुआवजेके खलाफदावाहै, य दवे

सा बतकरनेमस मह कवेउसकटऑफ त थसेपहले वशेष थानपररहरहेह।इस कारआबाद कोदो

समूह म वभािजत कयागयाहै, जोकट-ऑफसेपहलेहैऔरदूसराकट-ऑफपो टकरताहै।वष 1 9 87 म, कट-ऑफक तार ख 1980 से 1985 तकबढ़ाद गईथीऔर 1995 मइसे 19 5 से 1995 तकबढ़ा दयागया

था।वष 2014 मकहागयाकटऑफ 1995 से 2000 तकबढ़ायागयाथा।

1990 केदशककेबादसे व भ नकानून केमा यमसे, मुंबईकेशहर जगहममह वपूणबदलावहुएह। म स केबंदहोनेकेबादजगहअथ यव थाके लए मुख ो साहन ा तहुआथा।कुछ 1000 एकड़जमीनिजसपर

मल ि थतथे, कोकॉप रेटपाक, शॉ पंगमॉल, सुपरल जर टोर, पांच सताराहोटलऔरशानदारअपाटमटम बदल दयागयाहै।अचलसंप क अथ यव थाकोबढ़ावादेनेके लएतथाक थतझोपड़ी वकासक पहलसे

आया।शहर अंत र केपुनगठन, ज़ा हरहै, एक हंसक याहैजोशहर गर ब कोहा शएपरऔरअपराध करताहै।मुंबईयाबॉ बेऐ तहा सक हंसकदंगे, वरोध दशनऔरक टरपंथीद लतऔरबाएंआंदोलन क एक साइटहै।दूसर ओर, शहरकेशासनकेनामपर, सरकारऔर मुखराजनी तकदल हंसाकाएकबड़ाअपराधी

रहेह। शवसेनाजैसे मुखराजनी तकदल वारा हंसाके लएशहरकेमुसलमानऔरद लत वशेष पसे

कमजोरहुएह।मुंबई / मुंबईमशहर याओंकोसमझना, इस कार, हंसाकेगहनअ ययनम यानदेना

होगा। वशेषताओंको यानमरखतेहुए, 'सम या' के पम वासीके नमाणकोदेखनामह वपूणहै।

औप नवे शकसरकारनेस य पसे वासनको ो सा हत कया य कशहरको नय मत पसे मआपू त क आव यकताहै, वशेष पसेकुशल म।हालां क, 19वींसद केम यसे, सरकारने वा सय को 'यो य' और 'अयो य' के पमअलगकरनाशु कया, िजसेबादम ' दूषणकार', 'वदे शय' या 'भखार' के पमव णत

कयागया।इसकेअलावाआजाद केशु आतीदशक म वा सय कासीमांतनहुआ, जबबॉ बे 'भाषाई े वाद' क साइटथी।य य प मुखसमाजवाद औरक यु न टनेताओंनेसंयु तमहारा आंदोलनकानेतृ व कया, इसनेमराठ औरगैर-मराठ भाषीलोग केबीचअंतरबनाया। े ीयराजनी तम शवसेनाकेउ भवकेसाथ,

वासी 'म ट केबेट' सबसेमह वपूणराजनी तकमु दाबनगए। शवसेनानेद णभारतीय केमु बईम नौकर हड़पनेकामु दापेश कयाऔर भावी पसेकायकतावगकोउ योगप तय औरराजनी तकवगके

तअपनीभावनाओंको वभािजतकरनाशु कर दया। शवसेनाकेउभरनेसेबंबई देशकां ेसस म त (बीपीसीसी) औरमहारा देशकां ेसकमेट (एमपीसीसी) केसंघषमबॉ बेक ि थ तपरभीजड़थीं।पूव गुजराती यापारवगके हत का त न ध वकरताथाजो कभ व यमबंबईकोभ व यकेमहारा रा यम रखनेऔर ामीणऔरमराठ बोलनेवालेसमुदायक भू मयु तजा तय के हत का त न ध वकरनेके

वचारका वरोधकरताथा।बालठाकरे, शवसेनासु ीमो, अ पुराके पम वा सय कोसंद भतकरतेथे, बना

आमं त कयेहुए।

1998 म, जब शवसेनानेमहारा सरकारक अ य ताक थी, तबउसने 'अवैधआ वा सय' कोभेजतेहुए अ भयानचलाया, जोजा हरातौरपरबां लादेशसेआएथे।इसीवषलगभग 1000 बंगाल बोलनेवाले

मुसलमान कोकुलाहावड़ाए स ेसममजबूर कयागयाथाले कनपि चमबंगालमतृणमूलकां ेसके वरोध केकारण, यहपहलरोकद गईथी। फरभी, बां लादेशसे 'अवैधआ वा सय' कामु दा नय मत पसेसह

वंगपा टय और थानीयपु लसबल वाराशहरकेबंगाल बोलनेवाले नवा सय परअपनी हंसाकाऔ च य सा बतकरनेके लएलागू कयाजाताहै। शवसेनाक वरोधी वासीराजनी तहमेशामुि लम, वरोधीद लत और वरोधीमजदूरवगक राजनी तमअनुवादकरतीहै। शवसेनाक राजनी तनेराजठाकरेक अ य ताम महारा नव नमाणसेनाक थापनाक है, जोउ धवठाकरेकेपु (बालाठाकरेकेबेटे) के र तेदारचचेरेभाई थे। बहार औरउ रभारतीय वा सय कोधमक द गईहैऔरमनसे वारा नय मत पसेदु यवहार कया

गयाहै।

बॉ बेकेसंदभम शवसेनाक उ कृ टताकोआ थककारक परआधा रत मकवगक एकजुटताकोतोड़ना

थाऔरइसे वखं डतएकताकेसाथबदलनाथाजोभाषायाज म थानक तरहसां कृ तककारक पर आधा रतहै।इस याम, वा त वकलाभा थय शहरकेपूंजीप तय थे।हैरानीक बातनह ं, 2004 ममुंबईके

मुख नवा सय केएकसमूहम, िजनम मुखमहारा यनसा हि यकआंकड़े, फ महि तय औरप कार ने

बॉ बेहाईकोटममामलादायर कया, िजसममतदानसेझु गीरहनेवालेलोग को तबंधलगानेऔर वशेष पसेगैर-अ धकृतम लनबि तय मरहनेवालेलोग को तबं धतकरनाहै।उ हवेअवसंरचना मक वकास काय मबाधाडालरहेथेउ ह नेउ च यायालयसेमतदातासूचीसेझु गी नवा सय केनाम कोहटानेका

आदेश दया।हालां कउ च यायालयनेया चकाको 'पूर तरहसेगलततर केसे' के पमखा रजकर दयाथा, ले कनयह वासीगर ब के तशहरअ भजातवगकेबीचदु मनीकोदशाताहै।

कुल मलाकर, मुंबईम वा सय केचार ओरवणनाकोतीन त याओंमसमझाजासकताहै- बनायो य, अन-आमं तऔरअवैध।औप नवे शकशासनकेदौरान, यो य वा सय का वागत कयागयाथा, जब कजो

लोगशहरकेआ थककाय केसंबंधमउ चतथे, उ हअन गनतके पमलेबल कयागयाऔरइस कारशहर मइसका वरोध कयागया। वतं ताकेबाद, शवसेनाकेउ भवकेसाथउ ह बना नह थेऔरअ धकदशक के पमइलाज कयागया, जहां थानांतरणल यद णभारतीय, मुि लम, द लतऔरउ रभारतीयहोतेथे।

शवसेनाक राजनी तकअपे ाओंऔरशहरक पूंजीवाद मांग क आव यकताकेअनुसारसंयु त रा -आमं त वासीकाघटक थानांत रतहोरहाहै। 70 केदशक केदशकसेशु होकर वरोधी वासी

अ भयाननेरा य केकायकार शासक और या यकशासक वाराअदालतके नणय वारामहारा

झोपड़प ट े अ ध नयमकोलानेकेमा यमसेकानूनबनानेमजड़बनाईह।कानूनीहमलेनेअ वासीऔर गैरकानूनीऔरइस कारसमान पसेखतरनाकके पम वा सय केसाथ यवहार कयाहै।उपरो तवग म चचाकेआधारपरएकयहकहसकताहै कफो ड टशहरसेबड़ेपैमानेपरउ पादनइकाइय कावच वहैजहां

अ धशेष नकासीएकऐसेशहरमहोरह हैजहांजगह काउ पादनअ धशेष नकासीक जगहबनजाताहै।

व तृतसंदभऔरपूणप के लएकृपयादेख http://www.mcrg.ac.in/PP73.pdf

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